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किसान आंदोलन को 4 महीने से ज्यादा समय हो गया है. (फाइल फोटो)
खास बातें
- नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन
- 24 घंटे के लिए बंद किया एक्सप्रेस-वे
- सरकार-किसान के बीच बातचीत बंद
नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों (Farmers Protest) ने शनिवार को ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरीफेरल को 24 घंटे के लिए बंद कर दिया, जिससे यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. आवागमन के देश के सबसे तेज ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर शनिवार को किसान खाट लगाकर विरोध करते दिख रहे थे. कृषि कानूनों के खिलाफ बीते चार महीने से आंदोलन कर रहे किसानों ने इस एक्सप्रेस-वे को 24 घंटे के लिए बंद कर दिया था. एक्सप्रेस-वे बंद करने से हजारों यात्री और ट्रक के पहिए थम गए. किसानों का कहना है कि चार महीने से किसान सड़क पर होने के बावजूद सरकार बातचीत तक नहीं कर रही है.
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किसानों ने कहा कि मई में वे फिर हजारों की तादाद में दिल्ली पहुंचेंगे, तब सरकार के होश ठिकाने आएंगे. सरकार का एक तबका किसानों से बातचीत करने के पक्ष में नहीं है और किसान आंदोलन का क्या भविष्य होगा, किसी को नहीं पता है लेकिन किसान नेता ये जरुर मानते हैं कि ये आंदोलन अंधेरी गुफा में है, जहां फिलहाल कोई रोशनी नजर नहीं आ रही है.
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