[ad_1]
[ad_1]

नई दिल्ली: कोरोना वायरस की दूसरी लहर आ जाने के बाद भारत की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ रही है. मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. दिल्ली समेत कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के चलते कोरोना मरीज दम तोड़ रहे हैं. हर जगह हाहाकार है.
यह भी पढ़ें
इलाज की कमी के चलते अपने प्रियजन खो रहे देशवासियों को मेरी संवेदनाएँ।
इस त्रासदी में आप अकेले नहीं हैं- देश के हर राज्य से प्रार्थना व सहानुभूति आपके साथ है।
साथ हैं तो आस है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 30, 2021
इससे पहले राहुल गांधी ने कविता के माध्यम से सरकार पर निशाना साधा था. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘जो भरा नहीं है भावों से, जो दर्द सुनने को तैयार नहीं,वह हृदय नहीं है पत्थर है, जिस ‘सिस्टम’ को जन से प्यार नहीं!’ देश के स्वाधीनता संग्राम के दौरान लिखी गई पुरानी कविता को राहुल ने कुछ संशोधन के साथ अपने ट्वीट में स्थान दिया है.
जो भरा नहीं है भावों से,
जो दर्द सुनने को तैयार नहीं,
वह हृदय नहीं है पत्थर है,
जिस ‘सिस्टम’ को जन से प्यार नहीं!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 29, 2021
वहीं 28 अप्रैल को राहुल गांधी ने एक ट्वीट के जरिये मोदी सरकार पर ‘हमला’ बोला था. तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के केस और लोगों की मौत को देखते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार की तुलना ‘अंधे सिस्टम’ से कर दी थी.
एक दूसरे की सहायता करते आम जन दिखाते हैं कि किसी का दिल छूने के लिए हाथ छूने की ज़रूरत नहीं।
मदद का हाथ बढ़ाते चलो
इस अंधे ‘सिस्टम’ का सच दिखाते चलो!#TogetherStronger
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 28, 2021
उन्होंने लिखा था “एक दूसरे की सहायता करते आम जन दिखाते हैं कि किसी का दिल छूने के लिए हाथ छूने की ज़रूरत नहीं है, मदद का हाथ बढ़ाते चलो, इस अंधे ‘सिस्टम’ का सच दिखाते चलो.”
[ad_2]
[ad_1]
Source link